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तेरी गलियों में आने जाने में जो इजाफा हुआ है

 तेरी गलियों में आने जाने में जो इजाफा हुआ है यह तुम्हें पाने की चाहत है तेरी मोहब्बत इधर खींच लाती है घूमता रहता हूं उसी ख्वाबों ख्यालों की दुनिया में आपके होठों की मुस्कान ने जो मुझसे वादा किया है  आसमान छू लो हमने अपनी ख्वाहिशों को नया मुकाम देने की बहुत कोशिश की है तो महसूस हुआ जहां हमने मेहनत की है उसका लाभ मिला है मंजिले आसान नहीं होती पाव घिस जाते हैं उसे अपना बनाने में  अपने दिल की सतह पर हम शब्दों की चौपाल लगाए बैठे हैं इसमें अपनी हर मुस्कान का राज छुपाए बैठे हैं वफा की राहों में मुझे मंजिल नहीं मिली तूफान थम गया मगर किनारा नहीं मिला जिसकी चाहत थी मुझे सहारा नहीं मिला उसकी मोहब्बत में हम इस कदर खो गए कुछ भी याद नहीं रहता मुझे आजकल